उन्नाव (उत्तर प्रदेश), 16 जुलाई (आईएएनएस)| करीब 20 साल से लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे एक 60 वर्षीय व्यक्ति और एक 55 वर्षीय महिला ने इस हफ्ते की शुरूआत में शादी कर ली। दंपति का बड़ा बेटा अपने माता-पिता की शादी को देखकर खुद को भाग्यशाली महसूस कर रहा था। शादी उन्नाव जिले के गंज मुरादाबाद के रसूलपुर रुरी गांव में हुई। शादी का सारा खर्च ग्राम प्रधान और गांव वालों ने खर्च किया है।
गांव वालों के मुताबिक बुजुर्ग दंपत्ति को बिना शादी के साथ रहने पर ताना मारा जाता था। ग्राम प्रधान ने जाकर उन्हें समाझया तब जाके दोनों ने ऑफिशियली शादी करने के लिए राजी हुए।
गावं वालों से मिली जानकारी से 60 साल के नारायण रैदास और 55 साल के रामरती 2001 से साथ रह रहे थे। उनके परिवार में और कोई नहीं होने के कारण दोनों ने खेती-बाड़ी करके अपना गुजारा किया।
ग्राम प्रधान रमेश कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता धर्मेंद्र बाजपेयी और सुनील पाल ने नारायण और रामरती को शादी करने और अपने 13 वर्षीय बेटे अजय की खातिर ताने और अपमान से बचने के लिए राजी किया। उन्होंने शादी का पूरा खर्च खुद करने का वादा भी किया।
शादी बड़े धूम-धाम के साथ ग्राम प्रधान और अन्य मेहमानों के लिए एक डीजे, शादी का बैंड और भोजना का व्यवस्था किया गया । दंपती के बेटे के नेतृत्व में ‘बाराती’ दूल्हे को लेकर गांव में शादी की रस्म अदा करने पहुंचे।
स्थानीय निवासी रमेश ने कहा, ग्रामीणों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया, जिन्हें दुल्हन पक्ष की ओर से व्यवस्था देखने के लिए नियुक्त किया गया था।
इससे पहले दूल्हा-दुल्हन ने गांव के ब्रह्मा देव बाबा के मंदिर में जाकर आशीर्वाद भी लिया।