नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को नए तीन कृषि कानूनों के विरोध में मारे गए किसानों को कोई मुआवजा नहीं दिए जाने को लेकर केंद्र पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अपने प्रियजनों को खोने वालों के आंसू में सब कुछ दर्ज है। उन्होंने हैशटैग फार्मरपोस्ट के साथ हिंदी में एक ट्वीट में कहा, “जिन लोगों ने अपनों को खोया उनके आंसुओं में सब कुछ दर्ज है।”
उन्होंने एक समाचार रिपोर्ट भी संलग्न किया जिसमें दावा किया गया था कि सरकार ने एक लिखित उत्तर में कहा कि उसके पास ‘ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है’ । सरकार से पूछा गया था कि क्या उसे पता है कि पिछले नवंबर से चल रहे आंदोलन के दौरान कई आंदोलनकारी किसान मारे गए हैं या बीमार पड़ गए हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मुआवजे का कोई प्रस्ताव नहीं है।
राष्ट्रीय राजधानी की कई सीमाओं पर किसान पिछले साल 26 नवंबर से तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। किसान इन कानूनों को वापस लेने और फसलों के लिए एमएसपी पर कानून बनाने की मांग कर रहे हैं।
–आईएएनएस