नई दिल्ली : गुजरात मे सूरत की अदालत सेसज़ा मिलने पर लोकसभा की सदस्यता रद्द होंने के बाद आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी पर पलटवार करते हुए कहा कि देश मे लोकतंत्र को जिन्दा रखने के लिये वह सच बोलते रहेंगे और अडानी का सवाल उठाते रहेंगे क्योंकि वह जेल जाने से डरे हुए नहीं हैं।
श्री गांधी ने आज पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में दो टूक शब्दों में कहा कि उनकी सदस्यता चाहे जीवन भर के लिए क्यों न रद्द कर दी जाए या उन्हें आजीवन क्यों न जेल की सजा दी जाए तब भी वह सच कहने से नहीं डरेंगे तथा अदानी और मोदी के संबंधों के बारे में सवाल उठाते रहेंगे। वह यह पूछते रहेंगे की अदानी की सेल कंपनी में 20000 करोड़ों पर किसके जमा है ।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आखिर अडानी का क्यों बचाव कर रही है । आखिर वह क्यों कह रही है कि अडानी के खिलाफ सवाल उठाना राष्ट्र का अपमान है क्या अडानी राष्ट्र है? उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ही अडानी है इसलिए वह बचा रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी अडानी के मुद्दे से लोगों का ध्यान हटाने के लिए कभी ओबीसी के अपमान का मुद्दा तो कभी भारत की बदनामी का मुद्दा उठा रही है तो कभी लोकसभा की सदस्यता रद्द होने का मुद्दा उठा रही है ।
उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने संसद में मेरे बारे में यह कह गलत बयानी की कि मैंने लोकतंत्र को बचाने के लिए विदेशी ताकतों से मदद लेने की बात कही थी। मैंने लोकसभा अध्यक्ष से को दो-दो बार पत्र लिखकर अपनी बात कहने के लिए समय मांगा लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया। यहां तक कि मैं उनके कक्ष में भी गया और उनसे अनुरोध किया कि वह समय दें क्योंकि मैं अपनी सफाई देना चाहते हूँ। संसद का यह नियम है कि जब किसी सदस्य पर कोई आरोप लगता है तो वह अपना स्पष्टीकरण सदन में दे सकता है। मैं अपने ऊपर लगे आरोपों का स्पष्टीकरण देना चाहता था लेकिन मुझे बोलने नहीं दिया गया। लोकसभा स्पीकर ने मुस्कुराते हुए कहा कि मैं कुछ नहीं कर सकता हूं आखिर लोकसभा अध्यक्ष नहीं कर सकता तो क्या प्रधानमंत्री करेंगे।
यह पूछे जाने पर कि जब अदालत में उनसे माफी मांगने की बात कही तो उन्होंने माफी क्यों नहीं मांगी राहुल गांधी ने कहा कि वह कोई सावरकर नहीं है बल्कि वह गांधी है और सच बोलने के लिए माफी नहीं मांगते।
चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य ठहराए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह लोकतंत्र को बचाने के लिए सच बोलते रहेंगे और तपस्या करते रहेंगे उन्हें चुनाव लड़ने से आयोग ठहरा जीवन भर के लिए उठाया दिया जाए तो कोई उन पर फर्क नहीं पड़ता वह सवाल उठाते रहेंगे। वह अपना काम करते रहेंगे।
— इंडिया न्यूज स्ट्रीम