तिरुवनंतपुरम । केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के सरकारी घर क्लिफ हाउस में कुछ अनोखा हुआ है। परिवार में उनकी पत्नी कमला विजयन को छोड़कर सभी को केंद्रीय जांच एजेंसियों से समन या नोटिस मिला है।
मुख्यमंत्री के दोनों बच्चे, बेटी वीना और बेटे विवेक, को ईडी, गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय और अन्य एजेंसियों से पूछताछ या समन का सामना करना पड़ा है। जहां सीपीआई-एम अक्सर ऐसे मामलों को ‘पॉलिटिकली मोटिवेटेड विच-हंट’ कहकर खारिज कर देती है, वहीं मुख्यमंत्री का परिवार जांच के दायरे में आ गया है।
एसएनसी-लवलीन केस से शुरू हुआ मामला अभी भी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। राजनयिक चैनल सोने की तस्करी केस, लाइफ मिशन जांच, कोचीन मिनरल्स एंड रूटाइल लिमिटेड मंथली पेमेंट विवाद, और अब मसाला बॉन्ड मामले में खुद मुख्यमंत्री को मिला ईडी का नया नोटिस शामिल है। मुख्यमंत्री की बेटी टी. वीणा अपनी कंपनी एक्सालॉजिक से जुड़े मामले में फंसी हैं, जिन पर आरोप है कि उन्होंने बिना काम दिए ही पेमेंट ले लिया। केंद्रीय एजेंसियां उनसे पहले ही पूछताछ कर चुकी हैं।
मुख्यमंत्री के बेटे विवेक विजयन को ईडी ने लवलीन जांच के दौरान सामने आए कथित वित्तीय लिंक के सिलसिले में बुलाया था, जिसमें उनकी पढ़ाई के लिए विदेश में किए गए पेमेंट भी शामिल हैं।
सीएम विजयन को ईडी के नोटिस पर केरल कांग्रेस अध्यक्ष और वरिष्ठ विधायक सनी जोसेफ ने कहा कि यह सिर्फ ध्यान भटकाने का तरीका है, एलडीएफ सरकार के खिलाफ सबरीमाला से जुड़े मामलों से लोगों का ध्यान हटाने का एक मसाला है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि यह चुनाव के समय मुख्यमंत्री की मदद करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के बीच मिली-जुली चाल है।
सनी जोसेफ ने इस घटनाक्रम पर तंज करते हुए कहा, “इस तरह की समायोजन की राजनीति में कुछ भी नया नहीं है और इससे कुछ नहीं होगा।”
जब सीएम विजयन के पूर्व प्रमुख सचिव एम. शिवशंकर को गोल्ड स्मगलिंग केस में गिरफ्तार किया गया था, तब भी जांच प्रशासनिक स्तर या क्लिफ हाउस तक नहीं पहुंची थी।
अब मसाला बॉन्ड केस में खुद मुख्यमंत्री ईडी की जांच के दायरे में आ गए हैं, जिससे यह स्थिति राजनीतिक रूप से बहुत अहम हो गई है।
फिलहाल, केवल सीएम की पत्नी कमला विजयन ही नोटिस से बाहर हैं। क्लिफ हाउस इस समय कानूनी जांच और राजनीतिक प्रतीकवाद के चौराहे पर खड़ा है।
–आईएएनएस











