अंकारा । तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने संसद के नए कार्यकाल में एक नया संविधान बनाने का संकल्प लिया है। राष्ट्रपति नेे सभी राजनीतिक दलों और समाज के सभी वर्गों को इस प्रयास में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, एर्दोगन ने संसद के नए विधायी वर्ष के उद्घाटन समारोह में एक भाषण में कहा, “अब हमारे सामने एक नया कार्य और एक नया अवसर है। इसका उद्देश्य हमारे देश को एक नया और नागरिक संविधान देना है।”
उन्होंने कहा, “हम सभी दलों, सभी सांसदों (संसद के सदस्यों), सभी सामाजिक वर्गों और इस मुद्दे पर अपनी राय और प्रस्ताव रखने वाले सभी लोगों को रचनात्मक समझ के साथ एक नए संविधान के आह्वान में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं।”
एर्दोगन ने कहा कि उनकी सत्तारूढ़ जस्टिस एंड डेवलपमेंट पार्टी (एकेपी) संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए सभी प्रकार के समझौतों के लिए तैयार है, और वे अन्य राजनीतिक अभिनेताओं से भी इसी तरह के रचनात्मक दृष्टिकोण की उम्मीद करते हैं।
एर्दोगन वर्तमान संविधान के स्थान पर एक नए संविधान पर जोर दे रहे हैं। पुराना संविधान 1982 में अनुमोदित किया गया था और तब से इसमें 19 बार संशोधन किया गया है। 2017 में अंतिम संशोधन ने राष्ट्रपति प्रणाली की शुरुआत की और संसदीय प्रणाली को समाप्त कर दिया।
2003 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से एर्दोगन देश का नेतृत्व कर रहे हैं।
वह 2017 में एक संवैधानिक जनमत संग्रह के बाद 2018 में तुर्की के पहले कार्यकारी राष्ट्रपति बने, जिसने तुर्की संसदीय प्रणाली को राष्ट्रपति प्रणाली में बदल दिया।
मई में एर्दोगन को उनके तीसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति चुना गया था। सत्तारूढ़ जस्टिस एंड डेवलपमेंट पार्टी (एकेपी) पिछले साल से एक मसौदा चार्टर पर काम कर रही है।
आईएएनएस