यरूशलेम । इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच जारी संघर्ष में रूस मध्यस्थ की भूमिका निभा सकता है। एक सीनियर रूसी अधिकारी ने इजरायली ब्रॉडकास्टर कान को बताया कि मॉस्को, इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच समझौते को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए तैयार है।
यह जानकारी ऐसे समय में सामने आई है जब इजरायली मीडिया के मुताबिक यहूदी राष्ट्र के सामरिक मामलों के मंत्री रॉन डर्मर ने पिछले सप्ताह गुप्त रूप से रूस का दौरा किया। इस यात्रा को लेबनान में युद्ध विराम तक पहुंचने के इजरायल कोशिशों का हिस्सा बताया जा रहा है।
हालांकि डर्मर के कार्यालय ने कहा कि उसे इस रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है। इस बीच डर्मर शनिवार रात को अमेरिकी अधिकारियों से बातचीत के लिए वाशिंगटन के लिए रवाना हुए।
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक सीनियर रूसी अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कान से कहा, “रूस किसी भी ऐसी चीज की मदद और समर्थन करने के लिए तैयार है जो नागरिक आबादी की हत्या और नागरिक बुनियादी ढांचे के विनाश को रोकेगी।”
प्रसारक ने बताया कि किसी भी समझौते में रूस की भागीदारी सीरिया के साथ मिलकर हिजबुल्लाह को हथियारों की तस्करी को रोकने और सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद पर ईरानी हथियारों को अपने क्षेत्र से गुजरने से रोकने के लिए दबाव डालने के लिए होगी।
इजरायली सेना 23 सितंबर से लेबनान पर एयर स्ट्राइक कर रही है। उसने सीमा पार एक ‘सीमित’ जमीनी अभियान भी चलाया है, जिसका उद्देश्य कथित तौर पर हिजबुल्लाह को कमजोर करना है।
इजरायली हमलों में हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह समेत कई कमांडरों की मौत हो गई और उसके कई ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। हालांकि लेबनानी ग्रुप भी इजरायल पर मिसाइलें दाग कर पलटवार कर रहा है।
8 अक्टूबर, 2023 को हिजबुल्लाह ने गाजा में हमास के प्रति एकजुटता जाहिर करते हुए इजरायल पर रॉकेट दागने शुरू किए थे। नवीनतम घटनाक्रम इसी संघर्ष का विस्तार है।
रिपोर्ट के मुताबिक गाजा पर युद्ध शुरू होने के बाद से लेबनान में इजरायली हमलों में कम से कम 3,189 लोग मारे गए हैं और 14,078 घायल हुए हैं।
–आईएएनएस