नई दिल्ली, 15 मार्च (आईएएनएस)| भारत को ‘चिकित्सा और कल्याण’ पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य सरकारों और निजी क्षेत्र के बीच एक ‘मजबूत’ ढांचा और तालमेल बनाने के लिए पर्यटन मंत्रालय ने चिकित्सा और कल्याण पर्यटन के लिए एक राष्ट्रीय रणनीति बनाई है और रोडमैप तैयार किया है। मंत्रालय ने एक राष्ट्रीय चिकित्सा और कल्याण पर्यटन बोर्ड का भी गठन किया है।
केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने सोमवार को लोकसभा में एक लिखित उत्तर में सदन को सूचित किया कि पर्यटन मंत्रालय अपनी चल रही गतिविधियों के तहत ‘अतुल्य भारत’ ब्रांड-लाइन के तहत देश के विभिन्न पर्यटन स्थलों और उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और ऑनलाइन मीडिया अभियान जारी करता है।
‘मेडिकल वीजा’ पेश किया गया है, जो चिकित्सा उपचार के लिए भारत आने वाले विदेशी यात्रियों को विशिष्ट उद्देश्य के लिए दिया जा सकता है। मंत्री ने कहा कि 156 देशों के लिए ‘ई-मेडिकल वीजा’ और ‘ई-मेडिकल अटेंडेंट वीजा’ भी शुरू किए गए हैं।
रेड्डी ने कहा कि मंत्रालय चिकित्सा पर्यटन मेलों और अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएच) द्वारा मान्यता प्राप्त चिकित्सा पर्यटन सेवा प्रदाताओं को बाजार विकास सहायता योजना के तहत वित्तीय सहायता भी प्रदान करता है।
–आईएएनएस