बेंगलुरु । रेणुकास्वामी हत्या मामले में बुधवार को विभिन्न संगठनों ने कन्नड़ सुपरस्टार दर्शन के खिलाफ बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन किया, साथ ही इस नृशंस हत्या के लिए उन्हें आजीवन कारावास की सजा देने की मांग की।
इस विरोध प्रदर्शन में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी हिस्सा लिया। विरोध मार्च नीलकंठेश्वर मंदिर से शुरू होकर चित्रदुर्ग में जिला आयुक्त कार्यालय तक गया।
पूर्व भाजपा विधायक जी.एच. थिप्पा रेड्डी ने कहा, “दर्शन ऑनस्क्रीन हीरो हैं लेकिन असल जिंदगी में वो बिल्कुल भी हीरो नहीं हैं। हम रेणुकास्वामी के माता-पिता की पीड़ा को नजरअंदाज नहीं कर सकते। कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही ये घटनाएं हो रही हैं।”
उन्होंने आगे कहा, ”दर्शन को इस केस में मुख्य आरोपी बनाया जाना चाहिए। ऐसा लगता है कि उसे बचाने की कोशिश की जा रही है। गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ऐसे बात कर रहे हैं जैसे कुछ हुआ ही नहीं। सरकार ऐसी घटनाओं को कमतर आंक सकती है। दर्शन और मामले के अन्य आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा मिलनी चाहिए। उन्हें रिहा नहीं किया जाना चाहिए।”
थिप्पा रेड्डी ने चेतावनी दी कि अगर दर्शन और अन्य आरोपियों को रिहा किया गया, तो बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
पूर्व जेडी(एस) विधायक एस.के. बसवराजन ने कहा, ”इस बात की संभावना है कि राजनेता जांच को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसा लगता है कि सरकार उनके पक्ष में है। दर्शन ने कांग्रेस पार्टी के लिए प्रचार किया था। इस संदर्भ में सरकार और राजनेताओं द्वारा उनके पक्ष में होने की संभावना है। इस मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपना सबसे अच्छा है।”
बसवराजन ने कहा, “दर्शन के काफी प्रशंसक हैं, वह हत्या के मामले में उनका नाम आने के बाद भी उनका समर्थन कर रहे हैं, तो हमें इससे क्या समझना चाहिए? प्रशंसकों को चाहिए कि वह उनके हर काम का समर्थन न करें। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर सराहनीय काम किया है। भविष्य में प्रभावशाली राजनेता इस मामले की जांच को प्रभावित कर सकते हैं।
विरोध प्रदर्शन में बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और कन्नड़ समर्थक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया।
–आईएएनएस