“प्रतिलिपि “के लेखकों ने पिछले माह 24 लाख रुपए कमाए।
नई दिल्ली। देश के लेखकों विशेषकर नए लेखकों के लिए खुशखबरी!
अब वे चाहें तो घर बैठे सैकड़ों पाठकों से न केवल जुड़ सकते हैं बल्कि हज़ारों रुपए अपनी रचनाओं से कमा भी सकते हैं।
“प्रतिलिपि “यह देश का पहला ऐसा ऑनलाइन प्लेटफार्म है जिससे कोई लेखक अपनी रचना से कमा भी सकता है।
देश के सबसे बड़े आभासी लेखन मंच प्रतिलिपि ने “मोनेटाईजेशन फीचर “शुरू किया है जिससे पाठक अपने मनपसंद लेखकों को “आभासी उपहार” दे सकते हैं जो रुपये में बदल सकता है और इससे लेखकों को आमदनी हो सकती है।
इस नई योजना से प्रतिलिपि के लेखकों ने पिछले माह 24 लाख रुपए कमाए। प्रतिलिपि आभासी मंच पर बारह भाषाओं में रचनाएं पोस्ट की जा सकती हैं। इस मंच पर तीन लाख 60 हज़ार लेखक है और हर माह दो लाख नई कहानियां पोस्ट की जाती हैं।हर माह ढाई करोड़ इसके पाठक हैं। प्रतिलिपि पर अब तक 50 लाख कहानियां उपलब्ध हैं और दो लाख कहानियां हर माह आती हैं। प्रतिलिपि के दो और कथावाचन मंच हैं जिनमें एक प्रतिलिपि कॉमिक्स और प्रतिलिपि एफ़ एम है।
प्रतिलिपि के सह संस्थापक रंजीत प्रताप सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस नए फीचर से घर की गृहणियां भी लेखक बन गयी हैं और वे एक लाख रुपए तक कमाने लगी है। कई नौसिखिए लोग लेखक बन गए हैं। आमदनी की दृष्टि से तीन टॉप लेखकों में से दो तो बिल्कुल नौसिखुए लेखक हैं।
श्री सिंह के अनुसार प्रतिलिपि के इस नए फीचर के लॉन्च के बाद 5 करोड़ आभासी उपहार यानी वर्चुअल गिफ्ट्स लेखकों को मिले हैं और लेखकों को अक्टूबर माह में 24 लाख रुपए की कमाई हुई है। अब तक इस नई सेवा के50 हज़ार ग्राहक बन गए हैं।
उन्होंने बताया कि मोनेटाइजेशन फीचर में आभासी उपहार के अलावा सुपर फैन सब्सक्रिप्शन और प्रतिलिपि प्रीमियम भी है। अगर इन तीनों में से किसी एक भी सेवा को पाठक लें तो वे अपने प्रिय लेखकों की रचनाएं तो पढ़ ही सकते हैं बल्कि उनसे चैट भी सकते हैं।।
सुपर फैन सेवा से लोग रोज 5 दिन पढ़ सकते है और लेखकों से चैट के अलावा लाइव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आदि भी कर सकते हैं।
प्रीमियम सेवा से सभी सामग्री पढ़ सकते है और सुपर फैन सेवा के धारावाहिकों को भी पढ़ सकते हैं। इसके अलावा कुछ चुनिंदा सामग्री शुल्क के साथ मिलेगी।
उन्होंने बताया ,”इस मंच को शुरू करने का मकसद यह था कि पाठकों को लेखकों से जोड़ा जाए। लोग कुछ अच्छा पढ़ना चाहते हैं पर उन्हें अच्छी सामग्री नहीं मिलती और लेखकों को पाठक नहीं मिलते। इस मंच से कमी दूर होगी। ”
उन्होंने कहा कि इस मोनेटाइजेशन फीचर से लेखकों को आर्थिक सहयोग मिलेगा जिससे वे लेखन को अपना कैरियर भी बना सकते हैं और वेब सीरीज कॉमिक्स आदि के लिए लेखन के क्षेत्र में हाथ आजमा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रिया जाधव एक गृहणी हैं। वह एक पाठक के रूप में प्रतिलिपि से जुड़ी पर लॉक डाउन में खुद रोमांस और अपराध कथा लिखने लगी और मोनेटाईजेसन से उन्होंने एक लाख रुपए भी प्रतिलिपि के जरिये कमाए। प्रिया प्रतिलिपि के प्रति शुक्रगुजार हैं कि उसने उनके भीतर एक लेखक पैदा किया और एक मंच दिया जहां वह लिख सकती हैं अपने पाठकों से जुड़ सकती हैं और उनकी कल्पनाओं को शब्द मिले।
प्रिया का कहना है कि अपनी कल्पनाओं को पंख दें और लेखन जारी रखें। अपने लेखन पर मिली नकारात्मक टिप्पणियों से निराश या हतोत्साहित होने की जरूरत नहीं।इस से आदमी कुछ सीखता ही है पर लिखने के लिए अधिक पढ़ना भी चाहिए।
इसी तरह माधवी चौधरी भी गृहणी हैं पर वह प्रतिलिपि की एक चर्चित लेखिका बन चुकी हैं और आमदनी की दृष्टि से तीन टॉप लेखिकाओं में से एक हैं। वह रोमांस परिवार और रहस्य रोमांच की कहानियां लिखती हैं। उनका कहना है कि पाठकों को नई से नई जानकारी दें और अपनी कल्पना को प्रवाहमान बनाएं रखें। कहानी का अंत जोरदार करें ताकि पाठक भी विस्मित हों।
केतकी पेशे से वकील हैं और लेखन उनका हॉबी है पर प्रतिलिपि पर आकर वह रम गयी हैं और मोनेटाइजेशन से 85 हज़ार रुपए भी कमाया। वह रोमांस और सामाजिक विषयों पर लिखती है। उनके शब्दों में लोकप्रियता का राज़ है कि हमेशा नए विषयों पर लिखा जाए और पाठकों के मन मिजाज को समझकर लिखा जाए।