नई दिल्ली, 7 अप्रैल (आईएएनएस)| दिल्ली में वेटलैंड के संरक्षण व उसके सौंदर्यीकरण के लिए पर्यावरण विभाग ने अपनी एक अनूठी योजना ‘वेटलैंड मित्र’ शुरू की है। इसके तहत पर्यावरण के प्रति जागरूक व्यक्ति वॉलिंटियर के रूप लोगों के बीच वैटलैंड को लेकर जागरूकता फैलाने का काम करते हैं। बुधवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया व पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इन वेटलैंड मित्रों से मुलाकात की। सिसोदिया ने दिल्ली के वेटलैंड के सौंदर्यीकरण व उन्हें बेहतर बनाने के तरीकों पर चर्चा की और वेटलैंड्स के विकास और संरक्षण के लिए रोडमैप पर उनके सुझाव और इनपुट को सुना।
इस मौके पर सिसोदिया ने कहा कि वेटलैंड्स दिल्ली के इकोसिस्टम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ये वेटलैंड्स पानी का स्रोत होने के साथ ही जलीय जीवन को भी सपोर्ट करते हैं, ग्राउंड वॉटर को रिचार्ज करने में भी मदद करते हैं। वे जलवायु को नियंत्रित करने, बाढ़ को कंट्रोल करने में भी मदद करते हैं, लेकिन इन वेटलैंड्स पर ध्यान न देने के कारण आज इनकी हालत बेहद खराब है। ऐसे में ये बेहद जरुरी हो गया है कि आम लोगों में इसके लिए जागरूकता फैलाई जाए और ये संदेश भेजा जाए कि वेटलैंड्स हमारे जीवन के लिए बेहद जरुरी है। इनका संरक्षण करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वेटलैंड्स के संरक्षण और लोगों को जागरूक करने की दिशा में वेटलैंड मित्रों का स्वयं मोटिवेटेड होकर आगे आना बेहद हर्ष की बात है।
वेटलैंड मित्र दिल्ली सरकार के पर्यावरण विभाग द्वारा शुरू किया गया एक कार्यक्रम है, जो स्थानीय स्तर पर लोगों की भागीदारी बढ़ाकर दिल्ली में वेटलैंड के संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाने का काम करता है। ये कार्यक्रम पूरी तरह से वॉलिंटियर बेस्ड प्रोग्राम है, जहां 12 साल से ज्यादा उम्र का कोई भी व्यक्ति वेटलैंड मित्र बन सकता है। एक वैटलैंड मित्र का काम लोगों के बीच वैटलैंड के महžव को बताना व उसके संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना होता है। वे वेटलैंड पर अतिक्रमण, ठोस कचरे के डंपिंग, वेस्ट ट्रीटमेंट और अन्य मुद्दों पर भी अधिकारियों को सतर्क करते हैं। वेटलैंड मित्र बनने के लिए 12 वर्ष से ज्यादा का कोई भी व्यक्ति स्वयं को रजिस्टर्ड कर सकता है।
वहीं दिल्ली में इस साल के मेगा प्लांटेशन ड्राइव को लेकर 12 अप्रैल को दिल्ली सचिवालय में उच्चस्तरीय बैठक होगी, जिसमें अगले साल के वृक्षारोपण से संबंधित लक्ष्य निर्धारित किया जाएगा। दिल्ली ने बीते वर्ष 33 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन 35 लाख पौधे लगाकर लक्ष्य से ज्यादा का मुकाम हासिल किया गया। वहीं केंद्र सरकार द्वारा 2021-22 मे दिल्ली को 28 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य मिला था, दिल्ली सरकार ने उससे ज्यादा 35 लाख पौधे लगाए।
–आईएएनएस