नई दिल्ली :दुनिया का सबसे बड़ा विरासत संग्रहालय दिल्ली विश्वविद्यालय में बनेगा।
यह घोषणा आज यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली विश्वविद्यालय शताब्दी आयोजन के समापन समारोह के अवसर पर की।
एक मई 1922 को दिल्ली विश्वविद्यालय की स्थापना तीन कॉलेजों से हुई थी जबकि आज इसके 90 कॉलेजऔर 6 लाखसे अधिक छात्र हैं ।
श्री मोदी ने दिल्ली विश्वविद्यालय शताब्दी समापन समारोह में जाने के लिए मेट्रो का सहारा लिया और वह डीयू के छात्रों से बातचीत करते हुए मेट्रो से विश्विद्यालय पहुंचे।
श्री मोदी ने डीयू के स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स के मल्टीपरपज हाल में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय केवल विश्वविद्यालय नहीं है बल्कि वह एक आंदोलन है और उसने अपने 100 साल में एक नया इतिहास रचा है तथा कई बड़ी हस्तियां इस विद्यालय से पढ़कर बाहर निकली है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय में “युग युगीन भारत” नामक दुनिया का सबसे बड़ा संग्रहालय बनेगा। उन्होंने इस अवसर पर टेक्नोलॉजी फैकल्टी,कंप्यूटर फैकल्टी तथा एकेडमिक ब्लॉक की आधार शीला रखी तथा डीयू स्मारक ग्रंथ एवम लोगो बुक का विमोचन किया।समारोह में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान कुलपति योगेश सिंह एवम अन्य अधिकारी मौजूद थे।उन्होंने डीयू शताब्दी यात्रा पर आयोजित चित्र प्रदर्शनी का भी मुआयना भी किया।समारोह में डीयू पर एक लघु फ़िल्म भी दिखाई गई।
प्रधानमंत्री ने डीयू शताब्दी आयोजन के समापन समारोह में भाग लेने पर अत्यंत प्रसन्नता व्यक्त की और छात्रों शिक्षकों तथा पूर्व छात्रों को शुभकामनाएं एवं उन्हें बधाइयां दीं
उन्होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय ऐसे समय में अपनी शताब्दी मना रहा है जब हम आजादी के अमृत महोत्सव मना रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों ने आजादी के बाद राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और लोगों के भीतर मूल्यों का भी निर्माण किया है।
उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि डीयू में महिला छात्राओं की संख्या पुरुषों से अधिक हो गई है और देश में शिक्षा के क्षेत्र में अब लैंगिक खाई कम हो गई है ।
उन्होंने कहा कि 2014 में यूएस रैंकिंग में भारत के 14 शैक्षिक संस्थान थे लेकिन आज 9 साल में बढ़कर 45 शिक्षण संस्थान हो गए।आज एक लाख से अधिक स्टार्ट अप हो गए और पेटेंट में भी 40 प्रतिशत की वृद्वि हुई है।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि जब भारत अपनी आजादी के 100 साल बनाएगा तो डीयू धूमधाम सेअपने 125 वर्ष बनाएगा और इस तरह शिक्षा के क्षेत्र में नए मुकाम हासिल करेगा।
––इंडिया न्यूज स्ट्रीम