नई दिल्ली, अरबिंद कुमार- सरोद सम्राट अमजद अली खान ने भारत को शांतिप्रिय देश बताते हुए रूस और यूक्रेन युद्ध पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस युद्ध को रोकने के लिए आगे आने की अपील की।
पद्मभूषण से सम्मानित खान ने आज यहां ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता उड़िया लेखिका को अमरउजालाआकाशदीप सम्मान देते हुए यह अपील की।सम्मान में 5 लाख रुपए गंगा की प्रतिमा प्रशस्ति पत्र शामिल है।
उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत एक शान्ति प्रिय देश है।हम चाहते हैं कि दुनिया मे शांति बनी रहे। यूक्रेन रूस में अभी भी युद्ध चल रहा है।हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युद्ग को रोकने की कोशिश करें क्योंकि वह विश्व गुरु हैं।
उन्होंने सुरों की महिमा का जिक्र करते हुए कहा कि वह अपने पैतृक शहर ग्वालियर में सुरों का यज “सरोद घर” मे करना चाहता हैं।उन्होंने कहा कि सरोद घर में सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह भी आएं है।अटलबिहारी वाजपेयी जब प्रधानमंत्री थे तो वे आये थे।हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी आएं और सुर यज्ञ का उद्घाटन करें।
उन्होंने कहा कि अपने जीवन में शब्दों को समझ तो नहीं पाया लेकिन शब्दों की ताकत से परिचित हूँ।उन्होंने साहित्य और संगीत के रिश्ते का जिक्र करते हुए कहा कि हम स्वर और लय देख नहीं सकते केवल महसूस कर सकते है।
उन्होंने बताया कि अमीर खुसरो से लेकर गुलजार तक के 40 शायरों को उन्होंने कम्पोज भी किया है।
इससे पहले ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित लेखिका प्रतिभा राय ने पुरस्कार ग्रहण करते हुए कहा कि कोई भी भाषा छोटी नहीं होतीऔर न कोई भाषा बडी होती है।
उन्होंने कहा कि अवार्ड भी बड़ा छोटा नहीं होता पर यह आयोजन विलक्षण है।उन्होंने कहा कि साहित्य और संगीत का रिश्ता अनूठा हौ।मैंने 23 उपन्यास लिखा ,उपन्यास गुनगुनाती हूँ गाती है।बांसुरी सुनते सुनते लिखती हूँ।
उन्होंने हिंदी को भारतीय भाषाओं के बीच एक पुल बताते हुए कहा कि हर भाषा अलग होती है पर संस्कृति एक है।हिन्दी एक उदार भाषा है।उसमें मेरे अनुवाद से खुशी हुई।यह पुरस्कार मुझे नहीं बल्कि उड़िया भाषा को मिला है।
समारोह में खान ने हिंदी के दिवगंत लेखक शेखर जोशीको आकाशदीप समान दिया जबकि युवा कथाकार चंदन पांडेय, पूनम वासम और अणुशक्ति सिंह तथा आशुतोष गर्ग कोएक एक लाख रुपए का अमर उजाला सम्मान से विभूषित किया।