कोलंबो:रूस की सबसे बड़ी चार्टर एयरलाइन अजूर एयर की गुरुवार को उड़ान फिर से शुरू होने के बीच, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी सरकार से कहा है कि वो मित्र देशों के लिए उड़ानों की संख्या बढ़ाए।
कोलंबो में रूसी दूतावास ने श्रीलंका द्वारा कोलंबो के भंडारनाइके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 335 यात्रियों के साथ पहली अजूर हवाई उड़ान का स्वागत करने के बाद ट्वीट किया, महत्वपूर्ण : राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सरकार को रूस और मित्र देशों के बीच उड़ानों की संख्या बढ़ाने का आदेश दिया।
जून की शुरूआत में रूसी ध्वज-वाहक एअरो़फ्लोत द्वारा संचालित ए 330-300 के बाद रूस ने श्रीलंका के लिए उड़ानें रोक दी थी। कोलंबो वाणिज्यिक अदालत ने आयरिश लीजिंग वाहन सेलेस्टियल एविएशन ट्रेडिंग के साथ कानूनी विवाद पर एक आदेश जारी किया था जिसके बाद उड़ानें रोक दी गई थी।
रूस के कड़े विरोध के बाद श्रीलंका की सरकार ने हस्तक्षेप किया और गारंटी दी कि कोई भी रूसी उड़ान नहीं रोकी जाएगी। हालांकि, रूसी एयरलाइंस 10 अक्टूबर तक श्रीलंका लौटने के लिए अनिच्छुक थीं, जब एअरो़फ्लोत ने मास्को और कोलंबो के बीच उड़ानें फिर से शुरू कीं।
रूसी उड़ानों के फिर से शुरू होने से श्रीलंका के पर्यटन उद्योग को काफी उम्मीदें हैं। भारत के बाद श्रीलंका में ही सबसे ज्यादा रूसी पर्यटक जाते हैं।
यूरोपीय पर्यटकों के आने की उम्मीदों को फिर से जिंदा करते हुए श्रीलंका के पर्यटन मंत्रालय ने भी घोषणा की है कि फ्रांस का ध्वजवाहक एयर फ्रांस शुक्रवार (4 नवंबर) से श्रीलंका के लिए अपनी उड़ानें फिर से शुरू करेगा।
पर्यटन मंत्री हरिन फर्नाडो ने एक ट्विटर संदेश में घोषणा की कि स्विट्जरलैंड की राष्ट्रीय एयरलाइन, स्विस इंटरनेशनल एयर लाइन्स, 10 नवंबर से मई तक साप्ताहिक उड़ानों का परिचालन फिर से शुरू करने वाली है।
1948 की आजादी के बाद से अब तक के सबसे खराब वित्तीय संकट से जूझ रहा श्रीलंका, पर्यटन उद्योग के फिर से उभरने का इंतजार कर रहा है। इससे देश को काफी विदेशी मुद्रा मिलती है। 2019 ईस्टर संडे आतंकवादी हमले के बाद देश का पर्यटन उद्योग धराशायी हो गया था। रही सही कसर कोविड महामारी ने पूरी कर दी। फिर शुरू हुआ राजनीतिक संकट। इस दौरान भोजन, ईंधन और दवा सहित अधिकांश आवश्यक वस्तुओं की कमी पूरे देश में देखी गई।
–आईएएनएस