पटना, 16 फरवरी (आईएएनएस)| बिहार में 45 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद के निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध रिकार्ड मंगलवार शाम तक 44.70 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है। राज्य में इस साल अब तक 15 फरवरी तक ही धान की खरीद निर्धारित की गई थी। हालांकि सूत्रों का कहना है कि सरकार इस निर्धारित समय को और बढ़ा सकती है।
सहकारिता विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस साल धान की खरीद के लक्ष्य का 99.35 फीसदी उपलब्धि हासिल की गई है। उन्होंने बताया कि मंगलवार शाम तक 6.39 लाख किसानों से धान की खरीद कर ये रिकार्ड कायम किया गया।
राज्य के किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य के रूप में 7,438 करोड़ रुपये का भुगतान किसानों के बैंक खाते में किया जा चुका है। भुगतान की जाने वाली शेष राशि का भी भुगतान किसानों को जल्द ही उनके खातों में कर दिया जाएगा।
इस वर्ष 7104 समितियों द्वारा धान की खरीद की गयी। राज्य में 15 फरवरी तक धान की खरीद की जानी थी।
राज्य में पिछले खरीफ विपणन मौसम 2020-21 में 6172 समितियों के माध्यम से 4.97 लाख किसानों से 35.58 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की गयी थी।
बताया गया कि पटना जिले में 2.94 मिट्रिक टन धान की खरीदारी का लक्ष्य था, जिसमें 45,789 किसानों से 2,93,326 मीट्रिक टन धान खरीदारी की गई।
विभाग के अनुसार अररिया, कैमूर, लखीसराय व मधेपुरा में निर्धारित लक्ष्य के अनुपात में शत प्रतिशत धान की खरीद की गई। जबकि अन्य जिलों में भी 97 से 99 फीसदी धान की खरीद की गयी।
सहकारिता विभाग के अधिकारी बताते हैं कि खरीद व्यवस्था को आसान बनाए जाने के कारण किसानों को इस बार परेशानी कम हुई और रिकॉर्ड खरीदारी की जा सकी।
–आईएएनएस