मैनपुरी (उत्तर प्रदेश) । उत्तर प्रदेश में योगी सरकार नजूल की जमीन से अवैध कब्जा हटाने को लेकर सक्रिय हो गई है। अवैध जमीनों पर बुलडोजर चलने लगा है। शनिवार को मैनपुरी जिले में नजूल की जमीन से अवैध कब्जा हटाने के लिए बुलडोजर चलाया गया।
गोला बाजार के नगला कीरत इलाके में प्रशासन को नजूल की जमीन पर अवैध कब्जे की सूचना प्राप्त हुई थी। इसके बाद नगरपालिका प्रशासन हरकत में आ गया। शनिवार को अधिकारी बुलडोजर लेकर इलाके में पहुंच गए।
बुलडोजर देखकर आस-पास के लोग भी इकट्ठा हो गए। उनके मन में जिज्ञासा थी कि बुलडोजर उनके इलाके में किस अवैध निर्माण को गिराने आया है। प्रशासन ने अवैध कब्जे को बुलडोजर से हटा दिया।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार नजूल संपत्ति पर नया विधेयक लेकर आई है। यह विधेयक विधानसभा में पारित हो गया है, लेकिन विधान परिषद में अटक गया है। विधेयक में कई ऐसे प्रावधान हैं जिनका भाजपा और सहयोगी दलों के कुछ विधायकों ने भी विरोध किया है।
उनका कहना है कि जो लोग सालों से लीज देकर नजूल की जमीन पर रहे हैं या फिर ऐसे लोग जो फ्री-होल्ड के लिए किस्त दे रहे हैं, उनकी लीज का भी रिन्यूअल किया जाना चाहिए।
वहीं, सरकार का कहना है कि विकास के लिए जमीन की बहुत जरूरत है। जनहित को देखते हुए नजूल की जमीन को फ्री-होल्ड में बदलने की अनुमति देना राज्य के हित में नहीं होगा।
जानकारी के अनुसार, ब्रिटिश शासन काल में अंग्रेज राजाओं को हराकर उनकी जमीन पर कब्जा कर लेते थे। आजादी के बाद अंग्रेजों ने इन जमीनों पर अपना कब्जा छोड़ दिया था। ज्यादातर राजाओं के पास इन जमीनों पर मालिकाना हक के लिए कोई उचित दस्तावेज नहीं थे।
इसके चलते इन जमीनों को नजूल भूमि के रूप में चिह्नित किया गया, जिसका स्वामित्व संबंधित राज्य सरकारों के पास था। रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर-प्रदेश में 25 हजार हेक्टेयर से अधिक नजूल की जमीन है। सरकार इनमें से अधिकतर जमीन संस्थाओं या व्यक्तियों को लीज पर दे देती है।
–आईएएनएस