नई दिल्ली । वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर विचार- विमर्श करने के लिए सोमवार को जेपीसी की बैठक बुलाई गई है।
जेपीसी अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने जानकारी साझा करते हुए कहा कि, “जब संयुक्त संसदीय समिति के लिए प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू द्वारा लाया गया, तो उन्होंने कहा कि वह इसे जेपीसी के पास भेजना चाहते हैं ताकि हम अधिक से अधिक हितधारकों, बुद्धिजीवियों, इस्लामी विद्वानों, पूर्व न्यायाधीशों, सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के वकीलों, अल्पसंख्यक संगठनों को बुलाकर चर्चा कर सकें।”
उन्होंने आगे कहा कि, “हमारी 4 और 5 नवंबर को बैठक प्रस्तावित है। हमने जमीयत उलेमा-ए-हिंद और बुद्धिजीवी महिलाओं को बुलाया है। वहीं हमने 5 नवंबर को दाऊदी, वोहरा समाज के प्रतिनिधियों के अन्य संगठनों को बुलाया है। हम 4 और 5 नवंबर को विभिन्न हितधारकों से मिलेंगे और वक्फ को लेकर व्यापक विचार-विमर्श करेंगे। सभी पहलुओं पर विचार-विमर्श के बाद इस पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी।”
वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विचार विमर्श करने के लिए बुलाई गई पिछली जेपीसी की बैठक में जबरदस्त हंगामा हुआ था। विपक्षी दलों के सांसदों ने आरोप लगाया कि बैठक में फर्जी प्रजेंटेशन दिया जा रहा है और इसी पर चर्चा भी कराई जा रही है।
आपको बता दें कि, जेपीसी की बैठक में सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच लगातार तीखी बहस हो रही है। विपक्षी सांसद जहां सत्ता पक्ष के सांसदों के रवैए पर सवाल उठा रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ सत्ता पक्ष के सांसद विपक्षी सांसदों के रवैए पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।
इससे पहले , 22 अक्टूबर को हुई जेपीसी की बैठक के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने बैठक में हंगामे के माहौल के बीच टेबल पर रखी कांच की पानी की बोतल को टेबल पर पटककर फोड़ दिया था। इससे कल्याण बनर्जी को चोट भी लग गई। इसके बाद उन्होंने बोतल के टूटे हुए हिस्सों को चेयरमैन की तरफ उछाल दिया था। उसी दिन, जेपीसी की बैठक में बहुमत के आधार पर टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी को उनके व्यवहार के लिए जेपीसी की बैठक से एक सत्र (एक दिन) के लिए निलंबित कर दिया गया था।
–आईएएनएस