भारत ने बतौर अध्यक्ष वर्ष 2023 के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ग्लोबल पार्टनरशिप (जीपीएआई) परिषद की कमान संभाली है। जापान में आयोजित जीपीएआई सम्मेलन में केंद्रीय इलेक्ट्राॅनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोमवार को भारत सरकार की तरफ से प्रतीकात्मक रूप से परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष फ्रांस से जीपीएआई की अध्यक्षता ग्रहण की।
इस मौके पर राजीव चंद्रशेखर ने कहा, हम सदस्य देशों के गहन सहयोग से एआई का एक फ्रेमवर्क बनाने की दिशा में काम करेंगे ताकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ताकत का उपयोग दुनियाभर में नागरिकों और उपभोक्ताओं के हितों के लिए हो और इसके दुरुपयोग पर लगाम लगाना एवं उससे होने वाले नुकसान से उपयोगकर्ताओं का पर्याप्त बचाव सुनिश्चित हो पाए।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रौद्योगिकी और नवाचार में मौजूदा समय में निवेश बढ़ाने के लिए एआई एक काइनेटिक इनेबलर यानी गतिशील समर्थक है। राज्यमंत्री ने कहा कि भारत आधुनिक साइबर कानूनों और फ्रेमवर्क के एक इकोसिस्टम का निर्माण कर रहा है, जिसमें सुरक्षा और विश्वास और उत्तरदायित्व की तीन शर्तों की परिधि में स्पष्टता है।
देश में एआई के इर्द-गिर्द इनोवेशन इकोसिस्टम को प्रोत्साहन देने के लिए इसके सक्षम उपयोग को लेकर भारत की प्रतिबद्धता दोहराते हुए आईटी राज्यमंत्री ने कहा, हमारे पास एक राष्ट्रीय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कार्यक्रम है। साथ ही, राष्ट्रीय डेटा गवर्नेंस फ्रेमवर्क नीति बनाई गई है और दुनिया के सबसे बड़े सार्वजनिक रूप से सुलभ डेटा सेट प्रोग्राम नियोजित है ताकि हमारे नागरिकों के लिए और पूरी दुनिया के लिए अच्छे और भरोसेमंद एप्लीकेशंस का सृजन हो पाए।
एनडीजीएफपी का मकसद गैर-व्यक्तिगत डेटा तक समान रूप से पहुंच सुनिश्चित करना और सरकारी डेटा साझा करने के लिए संस्थागत ढांचे में सुधार करना, डिजाइन के माध्यम से गोपनीयता और सुरक्षा के सिद्धांतों को बढ़ावा देना और नाम जाहिर नही करने वाले उपकरण के उपयोग को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित करना है।
इसका उद्देश्य सरकार के डेटा संग्रह और प्रबंधन को मानकीकृत करना भी है। परिकल्पित भारतीय डेटा प्रबंधन कार्यालय आईडीएमओ के साथ एनडीजीएफपी अगली पीढ़ी के एआई और डेटा आधारित अनुसंधान और स्टार्टअप इकोसिस्टम को प्रोत्साहन देगा।
—— इंडिया न्यूज़ स्ट्रीम