बीजिंग: अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी को लेकर निशाना साधते हुए चीन ने वाशिंगटन पर ‘स्वार्थी’ विदेश नीति प्राथमिकताएं रखने का आरोप लगाया। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने कहा कि अमेरिका ने अपने ‘बदमाशी वाले वर्चस्ववादी व्यवहार’ का बचाव करने के लिए एक नियम-आधारित वैश्विक व्यवस्था को लेकर बयानबाजी का इस्तेमाल किया था।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने एक प्रेस वार्ता में कहा, “अमेरिका एक संप्रभु देश में स्वेच्छा से सैन्य हस्तक्षेप कर सकता है और उसे उस देश के लोगों की पीड़ा के लिए जिम्मेदार होने की आवश्यकता भी नहीं है।”
उन्होंने कहा, “अमेरिका मनमाने ढंग से बिना कोई कीमत चुकाए दूसरे देशों को बदनाम कर सकता है, दबा सकता है, जबरदस्ती कर सकता है और धमका सकता है।”
चीन ने जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की एक बैठक का आह्रान किया है, जिसका उद्देश्य अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य देशों को ‘अफगानिस्तान में उनकी सेना द्वारा किए गए मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए जवाबदेह’ ठहराना है।
हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पिछले हफ्ते एक प्रेस वार्ता में अफगानिस्तान से सैनिकों को वापस बुलाने के कदम का बचाव किया था।
बाइडेन ने कहा था कि वह अफगानिस्तान से अमेरिका के बाहर निकलने के पीछे ‘पूरी तरह से’ खड़े हैं।
–आईएएनएस