बेंगलुरु: दलितों के खिलाफ विवादित बयान देने के आरोप में एफआईआर दर्ज होने के बाद मुसीबत में फंसे कन्नड़ अभिनेता उपेंद्र को कर्नाटक पुलिस ने सोमवार को पूछताछ के लिए पेश होने के लिए कहा।
अभिनेता के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के प्रावधान के तहत दो एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिसे गैर-जमानती अपराध माना जाता है।
कर्नाटक के समाज कल्याण मंत्री एच.सी. महादेवप्पा नेर उपेंद्र से माफी की मांग करते हुए कहा है कि सुपरस्टार के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री ने कहा, ”सुपरस्टार के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाएगी। अधिकांश दलित संगठन सुपरस्टार के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह करते हुए ज्ञापन सौंप रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि उपेन्द्र एक जाने-माने अभिनेता, निर्माता हैं और एक खास राजनीतिक दल के जरिये सार्वजनिक जीवन में रहना चाहते हैं। आजादी के 75 साल बाद भी उन्हें जाति का नाम लेते देखना न केवल समुदाय का बल्कि संविधान का भी अपमान है।
उन्होंने कहा कि अगर ठीक से विश्लेषण किया जाए तो भाषण में ‘होलगेरी’ (दलितों के स्थान का वर्णन करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द) का उपयोग गलत है।
मंत्री ने कहा, ”उन्हें पता होना चाहिए कि गरीबी और जाति पर आधारित सामाजिक असमानता पूरी तरह से अलग हैं।’
उपेन्द्र ने सोशल मीडिया पर लाइव करते हुए दलित समुदाय को अपमानित करने वाली एक कन्नड़ कहावत का हवाला दिया था, इसके बाद राज्य में बवाल मच गया था और उनके बयान की निंदा की गई। प्रतिक्रिया के बाद, निर्देशक और अभिनेता उपेंद्र ने बिना शर्त माफी मांगी और स्पष्ट किया कि उनका इरादा समाज के किसी भी वर्ग की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था।
समाज कल्याण विभाग से जुड़े सहायक निदेशक मधुसूदन ने उनके खिलाफ चेन्नम्मानाकेरे अचुकट्टू पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया था। एक अन्य शिकायत राणाधीरा पाडे से जुड़े भैरप्पा हरीश कुमार ने हलासुरु गेट पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई थी।
पुलिस ने जांच के लिए उपस्थित होने के लिए सदाशिवनगर और कात्रिगुप्पे इलाकों में उनके आवासों पर नोटिस भेजा है। पुलिस ने व्हाट्सएप पर भी नोटिस भेजा है। अभिनेता, जो मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था और परंपराओं को चुनौती देने वाले अपने अनूठे कंटेंट के लिए जाने जाते हैं, अक्सर विवादों में घिरे रहते हैं।
उनकी फिल्म ‘कब्जा’ बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई। वह वर्तमान में एक अन्य अखिल भारतीय परियोजना “यूआई” में व्यस्त हैं।
उपेन्द्र एक स्टार निर्देशक हैं, जिन्होंने मेगा हिट फ़िल्में दीं और सुपरस्टार बन गए। वह तेलुगु दर्शकों के बीच काफी मशहूर हैं। उन्होंने कर्नाटक में एक राजनीतिक पार्टी ‘प्रजाकीया’ भी लॉन्च की है।
कर्नाटक के समाज कल्याण मंत्री डॉ. एच.सी. महादेवप्पा ने कहा कि उन्होंने मान लिया था कि उपेन्द्र को देश के इतिहास, संस्कृति और जनजीवन का अच्छा ज्ञान है। उन्होंने कहा, “जाति के आधार पर अपमानित करना संविधान का अपमान है। सार्वजनिक भाषण देते समय सावधानी बरतनी होगी।”
–आईएएनएस