बेंगलुरू । माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ सत्या नडेला ने गुरुवार को कहा कि माइक्रोसॉफ्ट भारत में तेजी से बढ़ते डेवलपर समुदाय को सशक्त बनाएगा। माइक्रोसॉफ्ट अब ना महज किसी देश, बल्कि समस्त विश्व के लिए वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन करेगा।
डेवलपर्स समुदाय को संबोधित करते हुए नडेला ने कहा, ”आख़िरकार, माइक्रोसॉफ्ट एक डेवलपर कंपनी है और भारत कंपनी के एआई-संचालित प्लेटफ़ॉर्म गिटहब पर एआई-आधारित उत्पाद बनाने में सबसे बड़ा वादा रखता है।”
नडेला ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “भारत वर्तमान में अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है, लेकिन 2027 तक भारत गिटहब पर डेवलेपर समुदाय में पहले स्थान पर होगा। भारत वर्तमान में गिटहब पर सबसे अधिक उत्पादक एआई प्रोजेक्ट बनाने वाले शीर्ष 10 वैश्विक समुदायों में दूसरे स्थान पर है।”
पिछले नवंबर में जीथब ने कहा था कि भारत में उसके 13.2 मिलियन डेवलपर्स हैं, जिनमें से 3.5 मिलियन अकेले 2023 में देश से प्लेटफॉर्म से जुड़ेंगे।
भारत में डेवलपर्स वैश्विक स्तर पर गिटहब पर जेनरेटिव एआई परियोजनाओं में दूसरा सबसे बड़ा योगदानकर्ता हैं। इस निरंतर और महत्वपूर्ण वृद्धि के साथ गिटहब का अनुमान है कि भारत 2027 तक कुल डेवलपर आबादी में अमेरिका से आगे निकल जाएगा।
भारत के डेवलपर समुदाय ने साल-दर-साल लगातार वृद्धि का अनुभव किया है, जिसमें 2023 में 36 प्रतिशत की वृद्धि भी शामिल है। नडेला ने कहा कि 2025 तक भारत के 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य का 10 प्रतिशत एआई के नेतृत्व में होगा।
बुधवार को नडेला ने कहा, “माइक्रोसॉफ्ट 2025 तक भारत में 20 लाख लोगों को एआई स्किलिंग के अवसर प्रदान करने जा रहा है।”
गिटहब की स्टेट ऑफ द ऑक्टोवर्स रिपोर्ट के 2023 संस्करण से पता चला है कि जेनरेटिव एआई 148 प्रतिशत साल-दर-साल (वाय ओ वाय) वृद्धि के साथ जेनरेटर एआई परियोजनाओं में व्यक्तिगत योगदानकर्ताओं में एक महत्वपूर्ण और वैश्विक वृद्धि ला रहा है।
–आईएएनएस