वनमाली प्रवासी भारतीय कथा सम्मान दिव्या माथुर (लंदन) को
भोपाल: सुप्रसिद्ध आलोचक धनंजय वर्मा (उज्जैन)और चर्चित कथाकार गीतांजलि श्री ( दिल्ली) को एक एक लाख रुपये के वनमाली सम्मान से नवाजा जाएगा जबकि लन्दन की दिव्या माथुर को वनमाली प्रवासीभारतीय कथा सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।
यह सम्मान सुप्रतिष्ठित कथाकार, शिक्षाविद् तथा स्वर्गीय जगन्नाथ प्रसाद चौबे ‘वनमाली की स्मृति में ‘वनमाली सृजन पीठ’
की ओर से दिया जाता है।
‘ रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के तत्वावधान में वनमाली सृजन पीठ एवं आईसेक्ट पब्लिकेशन द्वारा आयोजित तीन दिवसीय ‘वनमाली कथा सम्मान समारोह’ में कुल 8 वनमाली पुरस्कार दिए जाएंगे।
वनमाली सृजन पीठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवम कथाकार संतोष चौबे के अनुसार प्रथम ‘वनमाली कथाशीर्ष सम्मान’ से सुप्रसिद्ध समालोचक प्रोफेसर धनंजय वर्मा (उज्जैन) को अलंकृत किया जाएगा। ‘वनमाली राष्ट्रीय कथा सम्मान’ से वरिष्ठ कथाकार सुश्री गीतांजलि श्री (दिल्ली) को सम्मानित किया जायेगा। इन दोनों साहित्यकारों को शॉल श्रीफल,प्रशस्ति पत्र एवं एक–एक लाख रुपये सम्मान राशि प्रदान कर अलंकृत किया जाएगा।
‘वनमाली कथा मध्यप्रदेश सम्मान’ वरिष्ठ कथाकार हरि भटनागर (भोपाल), युवा कथा सम्मान’ युवा कथाकार चंदन पांडेय,(बंगलौर), ‘ कथा आलोचना सम्मान’ युवा आलोचक वैभव सिंह (दिल्ली), पत्रिका सम्मान’ दिल्ली से प्रकाशित चर्चित मासिक पत्रिका ‘कथादेश’ को प्रदान किये जायेंगे।
पहला ‘वनमाली विज्ञान कथा सम्मान’ वरिष्ठ विज्ञान लेखक देवेंद्र मेवाड़ी (दिल्ली) को प्रदान किया जाएगा।
इन लेखकों को शॉल–श्रीफल, प्रशस्ति–पत्र एवं इक्यावन–इक्यावन हजार रुपये सम्मान राशि से अलंकृत किया जाएगा।
अब तक वनमाली कथा सम्मान से ममता कालिया,चित्रा मुद्गल, शशांक, स्वयं प्रकाश, अखिलेश, असगर वजाहत, उदय प्रकाश, मैत्रेयी पुष्पा, प्रभु जोशी, प्रियंवद, मनोज रूपड़ा आदि रचनाकारों को अलंकृत किया जा चुका है।
इस अवसर पर एक नये कथा मासिक की शुरुआत की जा रही है। वनमाली सृजन पीठ की इस पत्रिका ‘वनमाली’ के प्रधान संपादक मुकेश वर्मा तथा संपादक कुणाल सिंह होंगे। नई सदी की नई रचनाशीलता को सम्यक एवं समुचित स्थान देने के उद्देश्य से इस पत्रिका का पहला अंक भी वनमाली कथा सम्मान समारोह में लोकार्पित किया जाएगा।
आईसेक्ट पब्लिकेशन द्वारा भोपाल के लगभग 200 कथाकारों की कहानियों को ‘कथा भोपाल’ के रूप में चार वृहद खंडों में संकलित, संपादित एवं प्रकाशित करने का महत्वपूर्ण कार्य किया है।
इस कथाकोश के प्रधान संपादक संतोष चौबे तथा संपादक मुकेश वर्मा हैं। इस कथाकोश का लोकार्पण भी इस अवसर पर समारोह पूर्वक किया जाएगा। आईसेक्ट पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित सात अन्य महत्वपूर्ण पुस्तकों का लोकार्पण भी इस अवसर पर किया जायेगा।
तीन दिवसीय वनमाली कथा सम्मान समारोह के अवसर पर ‘सम्मानित रचनाकारों का रचना पाठ’, ‘आलोचना का समकाल’, ‘कहानी का समकाल’, ‘कथा भोपाल : स्थानीयता का विश्व रंग’ जैसे महत्वपूर्ण साहित्यिक आयोजन भी होंगे। जिसमें देश के प्रसिद्ध रचनाकारों की सहभागिता होगी।
वनमाली कथा सम्मान के अवसर पर वनमाली’ जी की कहानी ‘आदमी और कुत्ता’ का नाट्य मंचन टैगोर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के निदेशक श्री मनोज नायर के निर्देशन में होगा।
इस अवसर पर श्री चौबे की कहानी ‘सतह पर तैरती उदासी’ का नाट्य मंचन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, नईदिल्ली के पूर्व निदेशक सुप्रसिद्ध नाट्य निर्देशक देवेंद्र राज अंकुर के निर्देशन में किया जाएगा।